नगरीय विकास मंत्री श्री सिंह द्वारा तलेन में विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
भोपाल। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री और राजगढ़ जिला प्रभारी मंत्री श्री जयवर्धन सिंह ने नगर परिषद तलेन में 562 लाख की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि जल अधिकार अधिनियम में सभी नगरों में प्रतिदिन पेयजल की आपूर्ति की जायेगी। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शहरी आवास मिशन में सभी आवासहीनों को आवासीय भूमि के पट्टे और मकान बनाने के लिये आर्थिक सहायता दी जायेगी। उन्होंने शासन की अनेक जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। श्री सिंह ने राजगढ़ जिले के कुरावर में उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि अति-वृष्टि से प्रभावित फसलों का सर्वे कराया जायेगा। इस दौरान पूर्व सांसद श्री नारायण सिंह आमलाबे सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
आयल प्लांट पर अटैक का असर, 1991 के बाद पहली बार बढ़े कच्चे तेल के दाम
नई दिल्ली. सऊदी अरब की कंपनी अरामको के दुनिया के सबसे बड़े कच्चा तेल प्रसंस्करण कारखाने पर ड्रोन हमले के बाद तेल के दामों में 1991 के बाद से अब तक का सबसे बड़ा उछाल आया है. अरामको ने यमन विद्रोहियों के ड्रोन हमले के बाद दो संयंत्रो में उत्पादन का काम अस्थायी तौर पर रोक दिया है और इसकी वजह से वैश्विक कच्चे तेल का 5% उत्पादन प्रभावित हुआ है।
ड्रोने हमले के लिए अमेरिकी अधिकारियों ने ईरान को दोषी ठहराया है जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जवाबी कार्रवाई के लिए वाशिंगटन को तैयार रहने को कहा है.
हूथी विद्रोही संगठन ने शनिवार को सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको के अबकैक और खुराइस में स्थित तेल कुओं पर ड्रोन अटैक किए थे. इसके बाद से सऊदी अरब की तेल कंपनी ने उत्पादन लगभग आधा कर दिया है. सऊदी तेल कंपनी अरामको ने कहा कि वह अगले करीब दो दिनों तक उत्पादन को कम रखेगी ताकि उन तेल कुओं की मरम्मत की जा सके, जहां हमला हुआ है।
हालांकि इस हमले में ईरान ने हाथ होने से साफ इनकार किया है और कहा कि वह युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अरामको कंपनी के सूत्रों ने बताया कि तेल उत्पादन के सामान्य होने में महीनों लग सकते हैं. इससे पहले बयान में कहा गया था कि कुछ हफ्तों में तेल संयंत्रों की मरम्मत कर ली जाएगी।
बहरहाल, अरामको के दो कच्चे तेल संयंत्रों पर हुए हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार को इस तेल की कीमतों में 19.5 फीसदी का उछाल देखा गया. खाड़ी युद्ध के बाद यानी 1991 के बाद से इस उछाल को सबसे बड़ा बताया जा रहा है।
हालांकि ट्रंप की इस घोषणा के तेल के दामों में थोड़ी कमी देखी गई जब उन्होंने कहा कि आपातकालीन सप्लाई के लिए अमेरिका के पास स्टॉक पड़ा हुआ है और दुनिया भर के उत्पादकों का कहना है कि भरपाई के लिए उनके पास स्टॉक पड़ा हुआ है।
अमेरिका ने सैटेलाइट तस्वीरों के जरिये दावा किया है कि सऊदी अरब के प्रमुख तेल ठिकानों पर हमले के पीछे ईरान का हाथ है. वहीं शनिवार को सऊदी तेल ठिकानों पर हुए हवाई हमले में किसी संलिप्ता से ईरान ने साफ इनकार किया है।
इस हमले के लिए पहले यमन के ईरान समर्थित हूथी विद्रोहियों को जिÞम्मेदार माना जा रहा था. इस हमले के बाद दुनिया भर में तेल आपूर्ति में पांच प्रतिशत की कमी देखने को मिली है और पेट्रोलियम तेल की कीमतों में काफी वृद्धि देखने को मिली है।