28 रेलकर्मियों ने 6 घंटे में बचाई फीमेल डॉग व उसके दो बच्चों की जान
भोपाल। आमतौर पर भोपाल शहर में डॉग (आवारा कुत्ते) को देखकर लोग मुंह फेर लेते हैं, लेकिन रेलवे ने इन सबसे अलग एक फीमेल डॉग व उसके दो नवजात को बचाकर मिसाल पेश की है। ये भोपाल स्टेशन के यार्ड में रेल पटरियों के नीचे फंसे थे। रेलवे ने इन्हें निकालने के लिए 6 घंटे तक रेस्क्यू आॅपरेशन चलाया। इसमें 23 गैंगमैन, 5 इंजीनियरों ने 450 किलोग्राम वजन की 264 रेल पटरियों को हटाकर फीमेल डॉग व उसके दोनों नवजातों को सकुशल निकाल लिया। नवजातों को जन्म देते समय फीमेल डॉग रेल पटरियों के बीच में फंस गई थी, उसने चार नवजात को जन्म दिया था। जन्म के समय पटरी में फंसने के कारण दो की मौत हो गई थी।
घटना शनिवार रात को भोपाल रेलवे स्टेशन के पास यार्ड की है। यहां पर पटरियों की छल्लियां लगी थी। भोपाल मंडल के इतिहास में पहली बार रेलवे ने किसी जीव को बचाने में इतनी तत्परता दिखाकर मिसाल पेश की है। फीमेल डॉग व नवजातों को एक संस्था के सुपुर्द कर दिया है। खुद डीआरएम ने रेस्क्यू आॅपरेशन की कमान संभाली थी, वे पूरे समय मौके पर थे।
28 रेलकर्मियों ने 6 घंटे में बचाई फीमेल डॉग व उसके दो बच्चों की जान