केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बोले- हमने सौ बार कहा था देवेन्द्र फडणवीस ही सीएम होंगे, विपक्ष के पास सरकार बनाने के लिए अब 6 महीने का वक्त

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बोले- हमने सौ बार कहा था देवेन्द्र फडणवीस ही सीएम होंगे, विपक्ष के पास सरकार बनाने के लिए अब 6 महीने का वक्त


नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर कहा कि अब वहां सभी विपक्षी दलों के पास सरकार बनाने का मौका है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि हमने चुनाव के वक्त सौ बार कहा था कि गठबंधन सरकार बनी तो देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन तब किसी ने विरोध नहीं किया। शाह ने राष्ट्रपति शासन लगाए जाने पर कहा कि राज्यपाल ने उचित कदम उठाया है और अब सबके पास सरकार बनाने के लिए 6 महीने का वक्त है।
इस संबंध में सवाल पूछने पर शाह ने कहा- महाराष्ट्र चुनाव से पहले किसी भी राज्य में सरकार बनाने के लिए इतना वक्त नहीं दिया गया था। 18 दिन दिए गए। राज्यपाल ने विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद भी पार्टियों को सरकार बनाने के लिए न्योता दिया। शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। हमने भी नहीं किया। आज भी अगर किसी दल के पास संख्याबल है तो वह राज्यपाल के पास जा सकती है।
भाजपा-शिवसेना ने चुनाव साथ-साथ लड़ा और नतीजों के बाद अलग हो गए?
शाह ने कहा- चुनाव के पहले और चुनाव के समय मैंने सौ बार कहा था, नरेंद्र मोदीजी ने कई बार कहा था कि अगर गठबंधन की सरकार बनती है तो हमारे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे। तब किसी ने कोई विरोध दर्ज नहीं कराया था। अब वे नई मांगें लेकर आ रहे हैं और यह हमें स्वीकार नहीं है। हमने विश्वासघात नहीं किया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा- आज भी सभी लोग सरकार बना सकते हैं। शिवसेना 2 दिन मांग रही थी, राज्यपाल ने 6 महीने का मौका दे दिया है। कपिल सिब्बल जैसे वकील ऐसे बयान दे रहे हैं कि मौका छीन लिया। आपको पूरा मौका है। यह स्पष्ट करने के लिए ही मैं यहां पर हूं कि सबके पास मौका है।
शाह ने कहा- मैं मानता हूं कि राज्यपाल ने उचित काम किया है। इस मुद्दे पर विपक्ष राजनीति कर रहा है। राज्यपाल के संवैधानिक पद को इस तरह से राजनीति में घसीटने को मैं लोकतंत्र के लिए स्वस्थ परंपरा नहीं मानता हूं। विपक्ष को लगता है कि इस तरह से वे भ्रांति फैलाकर लोगों को सहानुभूति हासिल कर लेंगे तो ये उनकी भूल है।