महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर फिर फंसा पेच, शिवसेना को लगा झटका, एनसीपी-कांग्रेस बोली, सरकार बनाने पर अभी फैसला नहीं
मुंबई। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की सिफारिश को मानते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन की घोषणा कर दी है, वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने के राज्यपाल की सिफारिश के खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा है कि उन्हें दावा पेश करने के लिए सिर्फ 24 घंटे का समय दिया गया, जबकि बीजेपी को 48 घंटे का वक्त दिया गया था। शिवसेना ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने सरकार बनाने के अवसर से इनकार करने के लिए बीजेपी के इशारे पर जल्दबाजी में काम किया। मुंबई में आज एनसीपी और कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। इसमें महाराष्ट्र में सरकार गठन पर चर्चा हुई। इस मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शिवसेना ने 11 नंवबर को हमसे आधिकारिक तौर पर संपर्क किया था। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र की राजनीतिक हालात पर हमारी चर्चा हुई। इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई। फैसले से पहले सभी पहलुओं पर चर्चा हुई। शिवसेना ने हमसे कल संपर्क किया था।
इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि अभी राष्ट्रपति शासन की जरूरत नहीं थी। हम राष्ट्रपति शासन की आलोचना करते हैं। केंद्र सरकार ने कई राज्यों में मनमानी की। लोकतंत्र और संविधान का मजाक उड़ाने की कोशिश की। राज्यपाल का कांग्रेस को न्यौता न देना गलत है। सबको मौका दिया लेकिन कांग्रेस को नहीं बुलाया गया। इसके बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए अहमद पटेल ने कहा कि कल कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा को शिवसेना की तरफ से पहली बार आधिकारिक तौर पर फोन किया गया था। लेकिन यह गठबंधन के दूसरे दल से बात किए बिना तय नहीं किया जा सकता था। पहले हमारी बात हो जाए, सारी बातें क्लियर हो जाएं। तब हम शिवसेना से भी बात कर लेंगे। एनसीपी से बात के बाद शिवसेना से बातचीत की कोशिश जल्द होगी। न्यूनतम साझा कार्यक्रम के मुद्दों पर स्पष्टीकरण जरूरी है।
अहमद पटेल के बाद शरद पवार ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हम दोबारा चुनाव नहीं चाहते हैं। हमारी तरफ से कोई कमियां नहीं, हमने प्रक्रिया शुरू ही की थी। हमने गठबंधन में चुनाव लड़ा, पहले हमारा बात करना जरूरी। हमने कांग्रेस से बातचीत शुरू की। बातचीत पूरी होने के बाद शिवसेना से बात होगी। सरकार बनाना है या नहीं, सरकार बनाने के बाद हमारी नीति क्या होगी इस पर चर्चा जरूरी है। सवालों का जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा कि अब तो हमें माननीय राज्यपाल ने बहुत समय दे दिया है।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर फिर फंसा पेच, शिवसेना को लगा झटका, एनसीपी-कांग्रेस बोली, सरकार बनाने पर अभी फैसला नहीं