उगते सुर्य को अर्घ्य देने के साथ ही हुआ छठ पूजा का समापन, घाटों पर उमड़ी भीड़

उगते सुर्य को अर्घ्य देने के साथ ही हुआ छठ पूजा का समापन, घाटों पर उमड़ी भीड़



रायपुर। देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी कठिन उपवास, उपासना के पर्व छठ पूजा का रविवार को समापन हुआ। छठ व्रतियों ने उगते सुर्य को अर्घ्य दिया। इससे पहले शनिवार की शाम डूबते सुर्य की पूजा की गई थी। ऐसा माना जाता है कि मूलत: उत्तर भारत का यह प्रमुख पर्व एकमात्र ऐसा पर्व है जिसमें डूबते सुर्य को भी नमन किया जाता है। रायपुर के महादेव घाट, बीरगांव, सेजबहार, उरला, भिलाई के प्रमुख तालाबों समेत, सरगुजा, अंबिकापुर, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा जैसे जिलों में मिनी नॉर्थ इंडिया का माहौल देखने को मिला। रायपुर के महादेव घाट पर पूजा के बाद व्रतियों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था। सुर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने 36 घंटे का निर्जला व्रत पूर्ण करते हुए प्रसाद लिया।छठ पूजा का प्रारंभ 31 अक्टूबर को नहाय खाय के साथ हुआ था, 01 नवंबर को खरना था, उस दिन शाम को गुड़ वाली खीर खाकर लोगों ने निर्जला व्रत रखा था। 02 नवंबर को छठ वाले दिन शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया।